Israel Bigest Attack on Syria: इजरायल और सीरिया के बीच तनाव ने बुधवार को नया मोड़ ले लिया जब इजरायली वायुसेना ने सीरिया की राजधानी दमिश्क पर जोरदार हवाई हमला किया। इस हमले में रक्षा मंत्रालय का एक हिस्सा तबाह हो गया और राष्ट्रपति भवन के पास स्थित एक सैन्य ठिकाने को भी निशाना बनाया गया। यह अब तक की सबसे बड़ी इजरायली कार्रवाई मानी जा रही है जो सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शराआ की सरकार के खिलाफ की गई है।
हमले के पीछे की वजह
इजरायल ने स्पष्ट किया कि यह हमला दक्षिणी सीरिया में ड्रूज समुदाय पर हो रहे हमलों के प्रतिशोध में किया गया है। इजरायली सेना के चीफ ऑफ स्टाफ एयाल जामिर ने कहा, “हम दक्षिणी सीरिया को आतंक का अड्डा नहीं बनने देंगे।” इजरायल ने सीरियाई सरकार पर आरोप लगाया कि वह ड्रूज अल्पसंख्यक की सुरक्षा करने में विफल रही है और कई बार सरकारी बल ही इन हमलों में शामिल पाए गए हैं।
सैन्य ठिकानों पर सटीक वार
इजरायली सेना ने पुष्टि की है कि उन्होंने दमिश्क में स्थित सैन्य मुख्यालय के प्रवेश द्वार और राष्ट्रपति भवन के पास एक प्रमुख सैन्य ठिकाने को सफलतापूर्वक निशाना बनाया। एक सीरियाई सूत्र के अनुसार, इस हमले में सीरियाई सुरक्षा बलों के कम से कम पांच सदस्य मारे गए हैं।
Israel Bigest Attack on Syria- अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस हमले के बाद अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने स्थिति की निगरानी तेज कर दी है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि “वाशिंगटन ने सभी पक्षों से संपर्क किया है और उम्मीद है कि यह संघर्ष आज रात तक खत्म हो जाएगा।”
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने इस हमले के बाद सीरिया संकट पर आपात बैठक बुलाने की घोषणा की है। इजरायल के संयुक्त राष्ट्र में राजदूत डैनी डैनन ने कहा, “सीरियाई ज़मीन पर निर्दोष नागरिकों के खिलाफ हो रहे बर्बर अपराधों की कड़ी निंदा की जानी चाहिए।”
स्वैदा शहर में स्थिति गंभीर
दक्षिणी सीरिया का स्वैदा शहर इस समय गंभीर हिंसा की चपेट में है, जहां ड्रूज लड़ाके, सरकारी बल और बेडौइन जनजातियों के बीच भीषण झड़पें हो रही हैं। स्थानीय नागरिक अपने घरों में कैद हैं और गोलियों व धमाकों की आवाजें लगातार सुनाई दे रही हैं। सीरियाई नेटवर्क फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार, अब तक 169 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि कुछ सुरक्षा सूत्रों के अनुसार यह आंकड़ा 300 तक पहुंच चुका है।
Israel Bigest Attack on Syria – ड्रूज समुदाय की प्रतिक्रिया
इजरायल में रह रहे ड्रूज समुदाय के लोगों ने बुधवार को सीरियाई सीमा पार करने की कोशिश की और कई ने सीमा की बाड़ तोड़कर अपने सीरियाई भाइयों की मदद के लिए प्रवेश किया। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सभी इजरायली ड्रूजों से अपील की है कि वे सीमा पार न करें। साथ ही सरकार उनकी सुरक्षित वापसी के लिए प्रयास कर रही है।
यह हमला इजरायल और सीरिया के बीच चल रहे लंबे तनाव का नया अध्याय है। राजनीतिक और मानवीय दृष्टि से यह स्थिति बेहद गंभीर हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक शक्तियों की भूमिका अब अत्यंत अहम हो जाती है ताकि इस क्षेत्र में और अधिक खून-खराबा रोका जा सके।